Ram Ji bhajan lyrics:मेरी झोपड़ी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएंगे

राम आएंगे तो, अंगना सजाऊंगी (Ram Aayenge to Angana Sajaungi Lyrics)

मेरी झोपड़ी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे,
राम आएँगे आएँगे,राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥

राम आएँगे तो,आंगना सजाऊँगी,
दिप जलाके,दिवाली मनाऊँगी,
मेरे जन्मो के सारे,पाप मिट जाएंगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥

राम झूलेंगे तो,पालना झुलाऊँगी,
मीठे मीठे मैं,भजन सुनाऊँगी,
मेरी जिंदगी के,सारे दुःख मिट जाएँगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥

मेरा जनम सफल,हो जाएगा,
तन झूमेगा और,मन गीत गाएगा,
राम सुन्दर मेरी,किस्मत चमकाएंगे,
राम आएँगे,
मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,
राम आएँगे ॥

भये प्रगट कृपाला दीन दयाला(Bhaye Pragat Kripala Lyrics)

भए प्रगट कृपाला दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ॥

लोचन अभिरामा, तनु घनस्यामा,
निज आयुध भुजचारी ।
भूषन बनमाला, नयन बिसाला,
सोभासिंधु खरारी ॥

कह दुइ कर जोरी, अस्तुति तोरी,
केहि बिधि करूं अनंता ।
माया गुन ग्यानातीत अमाना,
वेद पुरान भनंता ॥

करुना सुख सागर, सब गुन आगर,
जेहि गावहिं श्रुति संता ।
सो मम हित लागी, जन अनुरागी,
भयउ प्रगट श्रीकंता ॥

ब्रह्मांड निकाया, निर्मित माया,
रोम रोम प्रति बेद कहै ।
मम उर सो बासी, यह उपहासी,
सुनत धीर मति थिर न रहै ॥

उपजा जब ग्याना, प्रभु मुसुकाना,
चरित बहुत बिधि कीन्ह चहै ।
कहि कथा सुहाई, मातु बुझाई,
जेहि प्रकार सुत प्रेम लहै ॥

माता पुनि बोली, सो मति डोली,
तजहु तात यह रूपा ।
कीजै सिसुलीला, अति प्रियसीला,
यह सुख परम अनूपा ॥

सुनि बचन सुजाना, रोदन ठाना,
होइ बालक सुरभूपा ।
यह चरित जे गावहिं, हरिपद पावहिं,
ते न परहिं भवकूपा ॥

भए प्रगट कृपाला, दीनदयाला,
कौसल्या हितकारी ।
हरषित महतारी, मुनि मन हारी,
अद्भुत रूप बिचारी ॥

सजा दो घर का गुलशन सा, अवध में राम आए हैं (Saja Do Ghar Ko Gulshan Sa Avadh Me Ram Aaye Hain Lyrics)

सजा दो घर का गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं,
अवध मे राम आए है,
मेरे सरकार आए हैं,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध मे राम आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध मे राम आएं हैं ।
पखारों इनके चरणों को,
बहा कर प्रेम की गंगा,
बिछा दो अपनी पलकों को,
अवध मे राम आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध मे राम आए हैं ।
तेरी आहट से है वाकिफ़,
नहीं चेहरे की है दरकार,
बिना देखेँ ही कह देंगे,
लो आ गए है मेरे सरकार,
लो आ गए है मेरे सरकार,
दुआओं का हुआ है असर,
दुआओं का हुआ है असर,
अवध मे राम आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध मे राम आए हैं ।
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध में राम आए हैं,
अवध मे राम आए है,
मेरे सरकार आए हैं,
लगे कुटिया भी दुल्हन सी,
अवध मे राम आए हैं,
सजा दो घर को गुलशन सा,
अवध मे राम आएं हैं।

राम भजन बिना चैन ना आये(Ram Bhajan Bina Chain Na Aaye)

बैठ के तु पिंजरे में,
पंछी काहे को मुसकाय,
हम सब है इस जग में कैदी,
तु ये समझ ना पाय ॥
भजन बिना चैन ना आये राम,
कोई ना जाने कब हो जाये,
इस जीवन की शाम ॥
बोलो राम राम राम ॥
मोह-माया की आस तो पगले,
होगी कभी ना पूरी,
करते-करते भजन प्रभु का,
मिट जायेगी दूरी,
हम दूरी के साथ-साथ लो,
सब ही प्रभु का नाम,
भजन बिना चैन ना आये राम ॥
बोलो राम राम राम ॥
बोलो राम राम राम ॥
भजन है अमृत रस का प्याला,
शाम सवेरे पीना,
इसको पीकर सारा जीवन,
मस्ती में तू जीना
भक्ति कर तो बन जायेंगे,
अपने बिगड़े काम,
भजन बिना चैन ना आये राम ॥
बोलो राम राम राम ॥
बोलो राम राम राम ॥
भजन बिना चैन ना आये राम,
कोई ना जाने कब हो जाये,
इस जीवन की शाम ॥
बोलो राम राम राम ॥
बोलो राम राम राम ॥

रघुपति राघव राजाराम, पतित पावन सीताराम(Raghupati Raghav Raja Ram)

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

सुंदर विग्रह मेघश्याम
गंगा तुलसी शालग्राम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

भद्रगिरीश्वर सीताराम
भगत-जनप्रिय सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

जानकीरमणा सीताराम
जयजय राघव सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

रघुपति राघव राजाराम
पतित पावन सीताराम ॥

मेरे राम की सवारी (Mere Ram Ki Sawari)

हे उतर रही हे उतर रही
मेरे राम की सवारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो
हे उतर रही हे उतर रही
मेरे राम की सवारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

सोने की नगरी रत्नों की धरती
चमक न्यारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

एक ही नाम का
एक ही काम का
चहूं ओर घन घोर
जय घोष श्री राम का
बदल रहा युग बदल रहा हेरी
बदल रहा युग बदल रहा
देवों ने आरती उतारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

हमरे भी द्वारे
तुम्हरे भी द्वारे
आंगन आंगन घर घर
राम जी पधारे

झूमे नभ जल थल
तीनों लोकों में हल चल
मच रही भारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

हे उतर रही हे उतर रही
मेरे राम की सवारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

सोने की नगरी रत्नों की धरती
चमक न्यारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो

स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो
स्वागत करता स्वयं मेरे
भोले भंडारी हो
भोले भंडारी हो

राम जी का मंदिर लगे नीको, इसके आगे लगे सारो जग फीको (Ram Ji Ka Mandir Lage Neeko Lyrics)

दुनिया की चकाचौंध भूलूं मैं,
राम सिया राम ही बोलूँ मैं
है ना ठिकाना कोई ख़ुशी का
ऐसा तेज छाया मंदिर छवि का।
राम जी का मंदिर,
राम जी का मंदिर लगे नीको,
इसके आगे लगे सारो जग फीको।

यहां की गलियों में राम जी के चित्र है,
हर एक चित्र में पुरषोत्तम चरित्र है,
यहां हर किसी का चित्त हर जाता हैं,
फिर वो मस्ती में राम राम गाता हैं।

है मंगल शगुन, है मंगल भवन
बस जाते हैं देवों के भी मन
है भव्य विशाल, ये दिव्य दरबार
सिंहासन विराजे श्रीराम सरकार

स्वर्ग के बैभव को भूल जाओगे,
एक बार जो मंदिर आओगे
देख दंग रह जाओगे तुम सभी
दर्शन मेरे प्रभु राम जी का ।

बात कल्पों की है,
ना ही अल्पों की है
ना दुनिया के झगड़े ना ही जल्पो की है।
ये बात हमारे संकल्पों की है
राम मंदिर के लिए हर्षित पलकों की है।

आये अयोध्या के द्वार हम ,
प्रभु राम का करने दीदार हम ,
सिर पे मेरे भक्ति सवार है
करके आए नौका विहार हम,
बना एक महल, जो है सूर्य के समान ,
कोटि कोटि धन्य हुए
जो रहे राम को निहार हम

यादें हमारे सीने में,
देती थी हमको ये पीड ,
अपने ही महल के आगे,
कैसी हालत में रहे रघुवीर,
भक्तों के रक्त का बलिदान,
अब रंग है ऐसा दिखा रहा ,
राम के मंदिर के आगे, स्वर्ग भी शर्मा रहा।

हम सबका गुमान, है राम भगवान,
जहाँ राम बसे, वो साकेत समान,
ये केवल मंदिर नहीं , न केवल देवस्थान,
ये तो है हमारी आन बान और शान,
है राम दरबार मनोहर ऐसो,
योगीजन ध्यान कर खोजे जैसो,
मोहे काम लगे देव शिल्पी को ।।2।।
राम मंदिर लगे मोहे नीको,
इसके आगे लगे सारो जग फीको।