श्री काली चालीसा

श्री काली चालीसा एक भक्ति गीत है जो काली माता को समर्पित है। यह एक प्रसिद्ध प्रार्थना है जो 40 छंदों से रचित है। काली को समय और परिवर्तन की देवी के रूप में माना जाता है। ॥ दोहा ॥ जय काली जगदम्ब जय,हरनि ओघ अघ पुंज। वास करहु निज दास के,निशदिन हृदय निकुंज॥ जयति … Read more

शिव चालीसा (Shiv Chalisa) हिंदी अर्थ सहित

||दोहा|| जय गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान।कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान ॥ ||चौपाई|| जय गिरिजा पति दीन दयाला ।सदा करत सन्तन प्रतिपाला ॥ भाल चन्द्रमा सोहत नीके ।कानन कुण्डल नागफनी के ॥ अंग गौर शिर गंग बहाये ।मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।छवि को देखि नाग मन मोहे ॥ … Read more